भूकंप क्या हैं

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भूकंप क्या हैं

भूकंप से पहले क्या करना चाहिए :- भूकंप अचानक, तीव्रता से और चेतावनी के बिना होते हैं। समय से पूर्व संभावित खतरों की पहचान करने और अग्रिम योजना बना लेने से भूकम्प के कारण होने वाले गंभीर चोट या जीवन को नुकसान के खतरों को कम किया जा सकता है। छत और नींव में प्लास्टर की गहरी दरारों की मरम्मत, प्रकाश की ऊपरी फिटिंग्स को सहारा देने और स्थानीय भूकंप निर्माण मानकों का पालन करना, भूकंप के प्रभाव को कम करने में मदद करते हैं।

भूकंप की स्थिति में क्या करें :-
1) घर में खतरों के लिए जाँच करें :-
a.) शेल्व्स को दीवारों से मज़बूती से जोड़कर रखें।
b.) बड़ी या भारी वस्तुओं को निचली शेल्व्स पर रखें।
c.) बोतलबन्द खाद्य पदार्थ, कांच या चीनी मिट्टी की बनी आसानी से टूटने वाली Earth Quake
d.) नाज़ुक वस्तुओं को निचली, बन्द अलमारियों में चिटकनी लगाकर रखें।
e.) चित्र और दर्पण जैसे भारी आइटम पलंगों या उन जगहों से दूर रखें जहां कोई बैठता हो।
f.) प्रकाश की ऊपरी फिटिंग्स को बान्धकर रखें।
g.) दोषपूर्ण बिजली के तारों और रिसते गैस कनेक्शन की मरम्मत करें। इनसे आग का संभावित जोखिम है।
h.) पानी के हीटर को दीवार पर से पट्टे द्वारा बान्धकर और फर्श से बोल्ट द्वाराजोड़कर सुरक्षित रखें।
i.) छत या नींव में गहरी दरारों की मरम्मत करें। अगर संरचनात्मक दोषों के संकेत मिलें तो विशेषज्ञ से सलाह प्राप्त करें।
j.) खरपतवार नाशक, कीटनाशक, और ज्वलनशील उत्पादों को बन्द अलमारियों में निचले शेल्व्स पर तथा चिटकनी लगाकर रखें।

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2) अंदर और बाहर के सुरक्षित स्थानों को पहचानें :-
मजबूत फर्नीचर के नीचे जैसे कि एक भारी डेस्क या टेबल।
एक अंदरूनी दीवार के सामने।
खिड़कियों, दर्पण, चित्रों से दूर जहां कांच टूटकर बिखर सकता है या गिरने की सम्भावना वाली किताबों की भारी अलमारियां या अन्य भारी फर्नीचर गिर सकता है, उनसे दूर।
इमारतों, पेड़ों, टेलीफोन और बिजली लाइनों, पुलों या ऊंचाई पर महामार्गों से दूर।

3) खुद को और परिवार के सदस्यों को शिक्षित करें :-
भूकंप के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने स्थानीय आपातकालीन प्रबंधनकार्यालय या अमेरिकी रेड क्रॉस अध्याय से संपर्क करें।
इसके अलावा भूकंप से अपनी संपत्ति की रक्षा कैसे की जा सकती है, उस पर जानकारी के लिए “कैसे करें श्रृंखला” पढ़ें।
बच्चों को सिखाएं कि 9-1-1, पुलिस, या अग्निशमन विभाग को कब और कैसे बुलाना चाहिए और आपातकालीन जानकारी के लिए कौन सा रेडियो स्टेशन सुनना चाहिए।
परिवार के सभी सदस्यों को सिखाएं कि गैस, बिजली, और पानी कैसे और कब बन्द करना चाहिए।

4) त्रासदी के समय काम आने वाली सामग्री अपने पास रखें :-
टॉर्च और अतिरिक्त बैटरियां।
पोर्टेबल बैटरी चालित रेडियो और अतिरिक्त बैटरियां।
प्राथमिक चिकित्सा किट और मैनुअल।
आपातकालीन भोजन और पानी।
गैर-बिजली चालित डिब्बा खोलने का औज़ार।
आवश्यक दवाएं।
नकद और क्रेडिट कार्ड।
मजबूत जूते।

5) एक आपातकालीन संचार योजना विकसित करें :-
यदि परिवार के सदस्य भूकंप के दौरान एक दूसरे से बिछुड़ जाएं (दिन के दौरान एक वास्तविक संभावना है जब वयस्क काम पर गए हों और बच्चे स्कूल में हों), त्रासदी के बाद पुनर्मिलन के लिए एक योजना विकसित करें।
राज्य से बाहर के एक रिश्तेदार या दोस्त को “परिवार संपर्क बिन्दु” के रूप में काम करने के लिए कहें। त्रासदी के बाद अक्सर लंबी दूरी का कॉल करना आसान होता है। यह सुनिश्चित करें कि परिवार में सभी को संपर्क व्यक्ति का नाम, पता, और फोन नंबर मालूम है।

6) तैयार रहने में अपने समुदाय की मदद करें :-
भूकंपों पर आपात स्थिति पर जानकारी के साथ अपने स्थानीय समाचार पत्र में एक विशेष खंड प्रकाशित करें। स्थानीय आपातकालीन सेवा कार्यालयों, अमेरिकी रेड क्रॉस, और अस्पतालों के फोन नंबर मुद्रित कर जानकारी को स्थानीयकृत करें।
घर में खतरों का पता लगाने पर एक सप्ताह लंबी श्रृंखला संचालित करें।
भूकम्प के दौरान गतिशीलता से बाधित लोगो को क्या करना चाहिए इस बात पर विशेष रिपोर्ट्स तैयार करने के लिए स्थानीय आपातकालीन सेवाओं और अमेरिकी रेड क्रॉस के अधिकारियों के साथ कार्य करें।
घर में भूकंप अभ्यास आयोजित करने पर युक्तियाँ प्रदान करें।
यूटिलिटीज़ को बन्द करने के लिए गैस, बिजली और पानी की कम्पनियों के प्रतिनिधियों से बात करें।
कोड्स, रिट्रोफिटिंग कार्यक्रम, खतरों की खोज और आसपास व परिवार के आपातकालीन कार्यक्रमों को निर्मित करने में अपने ज्ञान का उपयोग कर समुदाय के साथ कार्य करें।
भूकंप के दौरान क्या करना चाहिए
एक भूकंप के दौरान जितना संभव हो, सुरक्षित रहें। ध्यान रखें कि कुछ भूकंप वास्तव पूर्व-झटके होते हैं और बाद में अधिक बड़ा भूकंप हो सकता है। नज़दीकी सुरक्षित क्षेत्र में जाने के लिए अपनी गतिविधियों को कुछ कदमों तक ही सीमित रखें और अगर आप घर के अंदर हैं, तो तब तक वहीं रहें जब तक कि आप यकीन न हो जाए कि कम्पन बन्द हो चुका है और बाहर निकलना सुरक्षित है।

यदि घर के अन्दर हों :-
ज़मीन पर तुरंत बैठ जाएं, एक तगड़े टेबल या अन्य फर्निचर के नीचे घुसकर आवरण लें; और कम्पन बन्द होने तक वहीं बने रहें। यदि आप के पास मेज या डेस्क नहीं है, अपने चेहरे और सिर को भुजाओं से ढकें और इमारत के अंदरूनी कोने में झुक कर खड़े रहें।
कांच, खिडकियों, बाहरी दरवाज़ों व दीवारों तथा प्रकाश की फिटिंग्स या फर्निचर जैसी गिर सकने वाली किसी भी वस्तु से दूर रहें। यदि भूकम्प आने के समय आप बिस्तर पर हैं, तो वहीं बने रहें। अपने सिर की रक्षा एक तकिये से करें, बशर्ते कि आप एक गिर सकने वाले भारी प्रकाश फिटिंग के नीचे नहीं हैं। उस स्थिति में, निकटतम सुरक्षित जगह पर जाएँ।
आश्रय के लिए एक द्वार का प्रयोग तभी करें जब वह आपके करीब हो और अगर आप जानते हों कि वह दृढ़ता से सहारा प्राप्त, भार वहन करने योग्य दरवाज़ा है।घर के अंदर कम्पन बन्द होने तक बने रहें। अनुसंधान ने दर्शाया है कि सबसे अधिक चोट तब लगती है जब इमारत के अन्दर मौज़ूद लोग इमारत के अन्दर ही दूसरे स्थान को जाने का प्रयास करते हैं या इमारत से बाहर आने की कोशिश करते हैं।

भूकंप के बाद क्या करना चाहिए :-
बाद के झटकों की अपेक्षा करें। ये माध्यमिक शॉकवेव्स आमतौर पर मुख्य भूकम्प से कम नुकसानदायक होती हैं लेकिन कमजोर संरचनाओं को अतिरिक्त नुकसान पहुंचाने के लिए पर्याप्त ताकतवर हो सकती हैं और भूकंप के बाद के कुछ घंटों, हफ्तों, या यहां तक कि महीनों में भी हो सकती हैं।
बैटरी चालित रेडियो या टेलीविजन को सुनें। आपात स्थिति की नवीनतम जानकारी के लिए सुनें।
केवल आपातकालीन कॉल के लिए टेलीफोन का उपयोग करें।
अलमारियाँ सावधानी से खोलें। अलमारियों से गिर सकने वाली वस्तुओं से सावधान रहें।
क्षतिग्रस्त क्षेत्रों से दूर रहें। तब तक दूर रहें जब तक कि आपकी सहायता के लिए पुलिस, अग्निशमन विभाग, या राहत संगठनों द्वारा विशेष रूप से अनुरोध नहीं किया जाए। केवल तभी घर लौटें जब अधिकारियों द्वारा ऐसा करना सुरक्षित बता दिया जाए।

आफ़्टरशॉक –
समान या कम तीव्रता का एक भूकंप जो मुख्य भूकंप के बाद हो

अर्थक्वेक (भूकंप) –
पृथ्वी की पपड़ी के एक हिस्से का अचानक फिसलना या खिसकना, जिसके साथ व बाद में कंपन की एक श्रृंखला हो।

इपिसेंटर (उपरिकेंद्र) –
पृथ्वी की सतह पर उस दोष बिंदु के सीधे ऊपर वह जगह जहां भूकंप के लिए
टूटना शुरू हुआ। एक बार दोष का फिसलना आरम्भ हो जाए, उसके बाद वह भूकंप के दौरान दोष के साथ फैलता है और रोकने से पहले सैकड़ों मील तक विस्तारित हो सकता है।

फ़ॉल्ट (दोष) –
वह फ्रैक्चर जिसके दोनो ओर एक भूकंप के दौरान विस्थापन हुआ है। एक गंभीर भूकंप में फिसलने की सीमा एक इंच से लेकर 10 गज से अधिक हो सकती हैं।

मैग्निट्यूड (तीव्रता) –
एक भूकंप के दौरान उत्सर्जित ऊर्जा की मात्रा, जिसकी गणना भूकंपीय तरंगों के आयाम से की जाती है। रिक्टर स्केल पर 7.0 की तीव्रता एक अत्यंत तीव्र भूकम्प को इंगित करती है। इस पैमाने पर प्रत्येक पूर्ण संख्या उससे पिछली पूर्ण संख्या द्वारा दर्शाई गई उत्सर्जित ऊर्जा में लगभग 30 गुना वृद्धि का प्रतिनिधित्व करती है। इसलिए, 6.0 माप वाला एक भूकंप, 5.0 माप के भूकम्प की तुलना में 30 गुना अधिक शक्तिशाली होता है।

सीज़्मिक वेव्स (भूकंपीय तरंगें) –
वे कंपन जो भूकम्पीय दोष से बाहर की ओर कई मील प्रति सेकंड की गति से चलते हैं। हालांकि एक संरचना के सीधे नीचे के दोष का खिसकना काफी नुकसान कर सकता है, भूकंपीय तरंगों के कंपन भूकंप के दौरान अधिकांश विनाश करते हैं।

भूकंप, ज्वालामुखी और प्‍लेट टेक्‍टोनिक्‍स :-
भारत के तट पर, जहां हिंद महासागर इससे मिलता है, कुछ नहीं होता; इसी तरह अटलांटिक महासागर जहां दक्षिण अमेरिका के तट से मिलता है वहां दक्षिण अमेरिका के तट से मिलता है वहां भी कुछ नहीं होता- कोई भूकंप नहीं है, कोई ज्‍वालामुखी नहीं है। लेकिन यही हिंद महासागर जहां इंडोनेशिया द्वीप समूह से मिलता है तो महासागर का तल नीचे की ओर झुकना क्‍यों शुरू हो जाता ळै और जो महाद्वीप के तट से मिलने से पहले गहरी खाई में परिवर्तित हो जाता है |

आइसलैंड की दरार घटी :-
धंसी हुई जमीन की पट्टी इस देश को दो भागों मे बांटती है। एक यूरोपियन प्‍लेट है तो दूसरी अमेरिकी प्‍लेट। चित्र इस घटी के पश्चिमी सिरे का हवाई फोटो है। दरार के पास उठा हुआ हिस्‍सा धंसे हुए हिस्‍से से करीब 40 मीटर ऊंचा है।

खाई, भूकंप और ज्‍वालामुखी :-
इंडोनेशिया द्वीप समूह हिंद महासागर में मौजूद खाई के ऊपर स्थित है। इस द्वीप समूह में ज्‍वालामुखियों की कतारें हैं जो महासागर में मौजूद खाई के फैलाव के आकार के अनुसार ऊपर जमीन पर मौजूद हैं। यह इलाका भूकंपीय क्षेत्र में आता है। ज़मीन से अंदर की ओर जो लाइनें है वे क्रमश: ओर गहरे भू कंपों को दर्शा रही हैं। ज्‍वालामुखिों की कतार मध्‍यम गहराई के भूकंपों की लाइन के बिल्‍कुल ऊपर से निकल रही है।

नया समुद्र और समुद्री रिज :-
नया समुद्र और समुद्री रिज का अस्तित्‍व महाद्वीपों के ऊपर तब शुरू होता जब कोई ऐसी दरार पड़ती है जो लगातार फैलती जाती है। स वजह से दरार के आसपास की ज़मीन वे धसकनी शुरू हो जाती है और महाद्वीप दो हिस्‍सों में टूटता जाता है। इधर इस दरार को भरने के लिए नीचे से गर्म पदार्थ भी ऊर आना शुरू होता है। धीरे-धीरे महाद्वीप के टुकड़े एक दूसरे से दूर हो जाते हैं। बीच की जगह में पानी भर जाता है और इस तरह एक नया उथला समुद्र बन जाता है।

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