संक्षिप्त परिचय, वर्गीकरण, इतिहास, राजस्थान की हस्तकला, राजस्थान की हस्तकलाएँ, राजस्थानी साड़ियाँ, बन्धेज का कार्य, साफ़ा, ज़री-गोटे का कार्य, अन्य हस्त कलाएँ, राजस्थान राज्य के दो शिल्पग्राम निम्नलिखित हैं, संक्षिप्त परिचय :- आधुनिक हस्तशिल्प एक … [Read more...] about हस्तकला का वर्गीकरण, राजस्थान की हस्तकलाएँ
Rajasthan Art And Culture Notes
राजस्थान की चित्रकला , शेखावाटी ढूढाड उपशैली |
मेवाड़ शैली, चित्रशैली की विशेषता, चावंड मेवाड़ चित्रशैली, नाथद्वारा मेवाड़ चित्रशैली, देवगढ़ मेवाड़ चित्रशैली, मारवाड़ शैली, मारवाड़ शैली की उपशैलियाँ, जैसलमेर मारवाड़ उपशैली, बीकानेर मारवाड़ उपशैली , जैसलमेर मारवाड़ उपशैली, किशनगढ़ मारवाड़ उपशैली , नागौर … [Read more...] about राजस्थान की चित्रकला , शेखावाटी ढूढाड उपशैली |
राजस्थान की प्रमुख जनजातियाँ
राजस्थान की प्रमुख जनजातियाँ, भील समुदाय, मीणा समुदाय, कंजर समुदाय, कथौड़ी समुदाय, डामोर समुदाय, सांसी समुदाय, गरासिया समुदाय, सहरिया समुदाय, भील समुदाय :- ये अपने आपको महादेव का वंशज मानते हैं। कर्नल जेम्स टाॅड ने इनको वनपुत्र कहा था। यह राजस्थान … [Read more...] about राजस्थान की प्रमुख जनजातियाँ
राजस्थान के त्यौहार व मेले
मेले का अर्थ एवं परिचय, मेला का महत्व, कुछ प्रमुख मेलों का वर्णन इस प्रकार है, कैला देवी का मेला, गणेश मेला, महावीर जी का मेला, पुष्कर मेला, राणी सती का मेला, कपिल मुनि का मेला, केशरिया नाथ जी का मेला, चार भुजा का मेला, माता कुंडालिनी का मेला, बाबा … [Read more...] about राजस्थान के त्यौहार व मेले
राजस्थान के संत संप्रदाय
जसनाथजी :- हम्मीर जाट एवम् रूपादे के पोष्य पुत्र, जन्मस्थान- कतरियासर (बीकानेर), गुरु- गोरखनाथ जसनाथजी ने गौरखमालिया (कतरियासर) नामक स्थान पर तप एवं 24 वर्ष की अवस्था में जीवित समाधि ली, चलाया गया पंथ- जसनाथी सम्प्रदाय, रचना- कोड़ा, सिंभूदड़ा, सिकन्दर … [Read more...] about राजस्थान के संत संप्रदाय
राज्यों का पुनर्गठन
क्या राज्यों के गठन के और भी तरीके हो सकते थे :- भौगौलिक, धार्मिक और आर्थिक लेकिन भौगोलिक आधार पर गठन किसी भी प्रकार अनुकूल नहीं होता और अगर किया भी जाता तो देश में कुल मिलाकर चार या पांच राज्य ही बनते आर्थिक आधार पर गठन संभव ही नहीं था रह गया … [Read more...] about राज्यों का पुनर्गठन